पशुपालन में Ajmera Bakri एक महत्वपूर्ण व्यवसाय है. इस ब्लॉग में हम अजमेरा बकरी (Ajmera Goat, Ajmera bakri palan, Ajmera goat farming) तथा कीमत, मुल्य, फोटो, पहचान, (photo, price, weight, rate) की चर्चा करने वाले है. भारत में पशुपालन बहुत समृद्ध और विविध है, और यहाँ कई प्रकार की बकरियों की नस्लयाँ पाई जाती हैं. इसमें से एक प्रमुख और महत्वपूर्ण नस्ल है “अजमेरा (अजमेरी) बकरी ब्रीड”.
अजमेरा बकरी क्या है
यह Ajmera Bakri ब्रीड राजस्थान के अजमेर जिले से उत्पन्न हुई है और यहाँ की स्थानीय परियोजना के तहत पालने वाली जाति है. इन बकरियों की खासियत है उनकी सख्तता, रोग प्रतिरोधकता, और शीर्षक पर्यावरण में उनके अनुकूलन की क्षमता.
Ajmera bakri ब्रीड की विशेषताएँ
1. उत्तरी भारत में Ajmera Goat पायी जाती हैं और विभिन्न पर्यावरणीय स्थितियों में सहने की क्षमता रखती हैं.
2. इनकी शरीर छोटा और मजबूत होता है, जिससे उन्हें भारी बोझ उठाने की क्षमता मिलती है.
3. ये बकरियां अपने आहार की दृष्टि से आनुकूल होती हैं और गर्मियों में भी अच्छे स्वास्थ्य में रहती हैं.
4. उनकी उच्च जनसंख्या के कारण, इन्हें पशुपालन के लिए अधिक आकर्षक मानते हैं.
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अजमेरा बकरी की जानकारियां
नाम | अजमेरा बकरी. |
उद्देश्य | आय श्रोत, दूध खपत. |
आकार | मध्य, लंबा, लचीला. |
रंग | लाल भूरा, व अन्य. |
वजन | ३५-४० किलोग्राम तक हो सकता है. |
लंबाई व चौड़ाई | मध्य सिरोही नस्ल जैसी. |
बचे देने की क्षमता | एक बार में दो. |
दूध | 2.5 से 3 लीटर. |
कीमत | 1 साल की लगभग ₹30000. |
कहा पाई जाती | अजमेर व समीपवर्ती जिले. |
अजमेरा बकरी फोटो
अजमेरा बकरी के लाभ
- उक्त Ajmera Bakri ब्रीड दूध और मांस के उत्पादन में उत्कृष्ट होती है, जिससे किसानों की आय बढ़ती है.
- इनकी सुदृढ़ता और प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण, वे विभिन्न प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रहती हैं, जिससे पशुपालकों को अत्यधिक चिंता नहीं होती.
- इनका पालन और देखभाल सामान्य होती है, जिससे किसान उन्हें आसानी से पाल सकते हैं.
अजमेरा बकरी की पहचान
इस Ajmera Goat की पहचान उसके विशेष शारीरिक आकार, रंग और चरित्रिस्तिकाओं से की जा सकती है. यह बकरी नस्ल छोटी होती है और उसका शरीर गाठित होता है. आवश्यकतानुसार, इसका रंग सफेद, काला, बूँदी, लाल, गुलाबी आदि हो सकता है. यह गोट शांतिपूर्ण और पालने में संवार्धनशील होती है, जिसके कारण यह बकरी पालकों के बीच लोकप्रिय है.
अजमेरा बकरी कितने बच्चे देती है
एक बार में आमतौर पर Ajmera Bakri दो या तीन बच्चों को जन्म देती है, लेकिन यह संख्या उनकी देखभाल, पोषण और पर्याप्त देखरेख के साथ बढ़ सकती है. यह बकरी नस्ल अपने मांस की उच्च गुणवत्ता और जीवंतिकता के लिए प्रसिद्ध है और किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प हो सकती है.
अजमेरा बकरी कितना दूध देती है
भारत में Ajmera Goat पालकों के बीच लोकप्रियता प्राप्त कर रही है. इस नस्ल को उच्च दूध और मांस उत्पादन के लिए जाना जाता है, जिससे किसानों को अच्छा मुनाफा मिलता है. अजमेरा बकरी की प्रमुख खासियत है उनकी मातृकुपुत्री और मातृदूधता, जो उन्हें एक उत्तम डेयरी और मांस उत्पादक बकरी बनाती है. यह बकरी नस्ल प्रतिदिन 3 से 3.5 लीटर तक दूध देती है, जो किसानों के लिए आर्थिक रूप से फायदेमंद होता है.
अजमेरा बकरी कैसे पाले
देखभाल के लिए Ajmera Bakri को सामान्य बकरियों की तुलना में कुछ ध्यान आवश्यक होता है. उचित आहार, पानी, रहने की ठंडी जगह, और व्यायाम की आवश्यकता होती है ताकि आप अपनी अजमेरा बकरियों का अच्छा ख्याल रख सकें.
अजमेरा बकरी का उपयोग
- दुग्ध उत्पादन में उत्कृष्ट: इसकी उच्च दुग्धता के कारण दुग्ध उत्पादन में यह प्रमुख भूमिका निभाती है.
- प्रशंसनीय मांस: इसका मांस उच्च गुणवत्ता और अद्वितीय स्वाद के लिए जाना जाता है, जिसके कारण बाजार में बढ़ती मांग होती है.
- तंबाकू उत्पादन में उपयोग: इसके मल का उपयोग तंबाकू के उर्वरक के रूप में होता है, जिससे तंबाकू की उत्पादन में मदद मिलती है.
- खाल का उपयोग: भिन्न भिन्न चमड़ा उद्योगों में इसकी खाल की बड़ी मांग है.
अजमेरा बकरी और सिरोही बकरी के बीच अंतर
अजमेरा बकरी अजमेरा बकरी (Ajmera Goat) और सिरोही बकरी (Sirohi Goat) के बीच अंतर के बारे में बात करते हैं. अजमेरा और सिरोही दोनों ही भारतीय बकरी जातियाँ हैं जो गोलूपरिक और मीडियम-साइज़ बकरी के रूप में पाई जाती हैं.
उपजाति:
अजमेरी राजस्थान के अजमेर जिले से स्थित है, जबकि सिरोही बकरी राजस्थान के सिरोही जिले के नाम पर जानी जाती है.
शारीरिक विशेषताएँ:
अजमेरी औसतन गहरे भूरे रंग की होती है, जबकि सिरोही की खाल में छिद्रित पैटर्न होता है और उसकी रंगत गहरे लाल-कपूरे से लेकर महगनी तक हो सकती है.
उत्पादन:
अजमेरी मिल्क और मांस के लिए प्रसिद्ध है, जबकि सिरोही भी मांस के लिए जानी जाती है, लेकिन उसका मिल्क प्रमुख उत्पादन नहीं होता है.
प्रबंधन:
अजमेरी और सिरोही दोनों ही स्थानीय प्रबंधन में रखी जाती हैं और उन्हें मुख्य रूप से स्थानीय संसाधनों का उपयोग करके पाला जाता है.
इस तरह, अजमेरा बकरी और सिरोही बकरी में कुछ विशेष विशिष्टताएँ होती हैं, जो उन्हें अलग-अलग बनाती हैं.
अजमेरा बकरी का आहार
आहार Ajmera Bakri के आहार का ध्यान रखना महत्वपूर्ण होता है ताकि उनका स्वास्थ्य और उत्तम विकास सुनिश्चित हो सके. इन बकरियों का प्रमुख आहार घास, चारा, बाजरा, मक्का, सोयाबीन और ब्रासिका होना चाहिए. प्रोटीन, ऊर्जा और पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त आहार प्रदान करना आवश्यक है. विभिन्न आयु समूहों में उनकी आहार आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उन्हें सही प्रमाण में पोषित रखना चाहिए, जिससे उनका उत्तम विकास हो सके.
अजमेरा बकरी की कीमत
नस्ल Ajmera Goat की कीमतों में भिन्नता होती है, जो उनकी अच्छी प्रजनन क्षमता, ताकत, और अच्छे बच्चों के लिए मानी जाती है. इसका अधिकांश भारत में मात्रिकृत रूप से पाया जाता है और इसकी मूल बाजार में कीमत नस्ल, आयु, और गर्भवती होने के कारण भिन्न भिन्न हो सकती है. आमतौर पर, अजमेरा बकरियों की कीमत 5000 से 30000 रुपये तक हो सकती है. इसी के साथ कही कही बाजारों में 1 साल की बकरी का मूल्य 30000 तक पहुंच रहा है. लेकिन यह केवल एक अंशिक मानदंड है और वास्तविक कीमतें भिन्न स्थानों और शौकिया आवश्यकताओं के आधार पर अलग हो सकती हैं.
अजमेरा बकरी का वजन
वजन में Ajmera Bakri प्रायः ३५-४० किलोग्राम तक की हो सकती है. वजन उनकी अच्छी पोषण और देखभाल के परिणामस्वरूप बढ़ता है. यह उच्च दूध उत्पादन और वाणिज्यिक दृष्टिकोण से भी मानी जाती है, जिससे किसानों को आय की अच्छी संभावना मिलती है.
अजमेरा बकरी का गर्भधारण
इस नस्ल में गर्भधारण की प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है. गर्भधारण एक महत्वपूर्ण चरण होता है जो उचित पौष्टिकता, देखभाल और सही प्रबंधन की आवश्यकता होती है. एक स्वस्थ बकरी की गर्भधारण क्षमता में सुधार, पोषण और पर्याप्त देखभाल द्वारा हो सकता है. गर्भधारण की समय-समय पर जांच, वेटरिनरी सलाह और उचित पोषण बकरियों के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता की देखभाल में महत्वपूर्ण होते हैं. इससे उनकी प्रजनन प्रदर्शनी में सुधार होती है और अजमेरा बकरियों की प्रजनन दर में वृद्धि होती है.
अजमेरा बकरी कहां पाई जाती है
भारत में पश्चिमी राजस्थान के अजमेर जिले से Ajmera Bakri संबंधित है. इसके अलावा, इसकी सजीवन शक्ति और प्रतिरक्षा क्षमता भी इसे एक प्राथमिक चयन बनाती है, विशेष रूप से कठिन परिस्थितियों में.
अजमेरा बकरी में बीमारियां
विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ Ajmera Goat को हो सकती हैं, जैसे कि छाती रोग, पेपीलोमा वायरस इन्फेक्शन, और गर्दन में सूजन. अच्छी देखभाल और नियमित चिकित्सा उन्हें स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है. स्थानीय पशुचिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, ताकि बकरियों को सही प्रकार से देखभाल दी जा सके और उनकी सुरक्षा हो सके.
अजमेरा बकरी का बीमारियो से बचाव
हालांकि यह नस्ल एक मजबूत और स्वस्थ नस्ल है, लेकिन विभिन्न बीमारियों से बचाव महत्वपूर्ण है. अच्छी देखभाल, पूना चिकनगुनिया और बैक्टीरियल इंफेक्शन जैसी बीमारियों से सुरक्षा प्रदान कर सकती है. नियमित वैट्सिनेशन, स्वच्छ पानी, और स्वच्छ आहार की देखभाल बीमारियों से बचाव में मदद कर सकती है. बकरियों को संबंधित वेटरिनरी देखभाल और समय-समय पर जाँच कराना भी आवश्यक होता है.
अजमेरा बकरी का टीकाकरण
टीकाकरण उनके स्वास्थ्य और प्रजनन प्रणाली की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण है. व Ajmera Bakri को टीकाकरण से वे विभिन्न रोगों से सुरक्षित रखा जा सकता हैं जैसे कि पेस्ट, क्लोस्ट्रिडियम आदि. यह प्रक्रिया उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देती है और उनके आरोग्य को सुनिश्चित करती है. टीकाकरण की दिशा में स्थानीय पशुचिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, ताकि सही और समय पर टीकाकरण की जा सके.
निष्कर्ष
बताते चले की Ajmera Goat एक महत्वपूर्ण और विशेष प्रकार की बकरी है जो गोलियां और बड़े आकार के शरीर के साथ आती है. इसकी विशेषता उनके शानदार मांस और दूध के लिए है, जिससे यह उन्नतिशील पशुपालन के लिए अच्छी मानी जाती है. अजमेरा बकरी को उन्नत देखभाल और पोषण के साथ पालने से इसकी उपजाऊता में वृद्धि हो सकती है. इस नस्ल के पालन से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा मिल सकता है और किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सवाल 1: अजमेरा बकरी ब्रीड क्या है?
उत्तर: एक उत्तरी भारतीय बकरी ब्रीड है जिसकी विशेषता उनके लम्बे और मोटे शरीर में होती है.
सवाल 2: अजमेरा बकरी ब्रीड की पहचान कैसे करें?
उत्तर: पहचान उनके लम्बे और सजीव शरीर, मुट्ठीभर बालों की झिल्ली और आमतौर पर बड़े और ताजगी वाले खाद्य पर आधारित होती है.
सवाल 3: अजमेरा बकरी ब्रीड की खासियत क्या है?
उत्तर: ब्रीड की खासियत उनकी ताकत, अच्छी पालन-पोषण योग्यता और उनकी अच्छी गर्दन मानी जाती है जो उन्हें एक उत्तम मांस और दूध उत्पादक बनाती है.
सवाल 4: अजमेरा बकरी ब्रीड की देखभाल कैसे करें?
उत्तर: देखभाल में उन्हें प्राथमिकता से आहार प्रदान करना, उनके ठिकानों को सुरक्षित रखना और उनकी अच्छी स्वच्छता की देखभाल करना शामिल है.
सवाल 5: अजमेरा बकरी ब्रीड का उपयोग क्या होता है?
उत्तर: उपयोग मांस और दूध के उत्पादन के लिए किया जाता है. इनकी मांस और दूध की गुणवत्ता के लिए इन्हें चुनावित किया जाता है.
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